केंद्रीय मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह ने Hydrogen Fuel Cell से चलने वाली पहली बस को पुणे में लॉन्च किया है। ये बस CSIR और KPIT Limited पुणे द्वारा विकसित की गई है।
यदि भारत की ये पहली Hydrogen Bus कामयाब होती है तो इससे भारत की अर्थव्यवस्था को बहुत ज्यादा फायदा होगा।
भारत की अधिकतर राशि ईंधन खरीदने में खर्च होती है। इस Experiment में कामयाब होने पर भारत ईंधन के लिए आत्मनिर्भर बन सकता है
इससे हमारा आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होता नजर आयेगा।
भारत वर्ष 2070 तक Zero Carbon Emission के लक्ष्य को हासिल कर सकता है।
ग्रीन ऊर्जा क्षेत्र वातावरण के लिए तो बेहद फायदेमंद है ही मगर इसके अलावा ये क्षेत्र नए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
अगर हम बात करें Hydrogen Fuel Cell की तो ये हाइड्रोजन और पानी का उपयोग कर बिजली उत्पन्न करता है।
बिजली के द्वारा इस बस को ऊर्जा मिलती है जिससे हमें पर्यावरण के अनुकूल परिवहन उपलब्ध होगा।
एक डीजल बस के वार्षिक कार्बन उत्सर्जन की बात करें तो वो 1 टन है। और भारत के अंदर ऐसी लाखों बसें हैं जो इस प्रकार कार्बन उत्सर्जन करती हैं।