हम बात करें PPF और NPS की तो दोनों की लंबी अवधि के निवेश साधन हैं।
PPF एक निर्धारित ब्याज दरों वाला निवेश साधन है, जिसमें आपके रिटर्न्स तय और सुरक्षित होते हैं। यहां पर आपका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
NPS की बात करें तो यहां पर Returns Share Market के हिसाब से मिलते हैं। यहां पर आपका निवेश बाजार के हिसाब से कम ज्यादा भी हो सकता है। ये निवेश आपके लिए 100% सुरक्षित नहीं होता है। क्योंकि ये बाजार से जुड़ा हुआ है।
आपके पास रिस्क सहन करने की योग्यता है तो आपको NPS में निवेश करना चाहिए। अगर आप किसी भी प्रकार का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते तो आपके लिए PPF काफी बेहतर Tool होगा।
NPS में लोग तभी निवेश करते हैं जब उनके PPF की लिमिट 1.5 लाख पूरी हो जाती है। यहां पर 1.5 लाख तक आपको Income Tax छूट होती है।
हम रिटर्न्स की बात करें तो PPF हमे सलाना 8% का रिटर्न्स देता है। वही अगर हम NPS की बात करें तो ये मार्केट के हिसाब से 12% वार्षिक रिटर्न्स देता है।
आप अपनी कुल राशि का आधा आधा हिस्सा इन दोनो में बांट दे तो आपको इन दोनो के निवेश का जोड़ करने पर सालाना 10% की ब्याज दर से रिटर्न मिलेंगे।