USA FED ने बढ़ाई ब्याज दरें, जानिए क्या हाल होगा रुपए का?

अमेरिका के अंदर FED अपनी ब्याज दरें बढ़ाता जा रहा है वैसे वैसे बाजार में मांग की कमी होती जा रही है जिसके फलस्वरूप अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की और अग्रसर हो रही है।

भारत की अर्थव्यवस्था पर इसका काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि इसके कारण हमारा रूपया काफी कमजोर होता जा रहा है।

FED ने ब्याज दरें बढ़ाने के संकेत दिए वैसे ही भारतीय रुपया अपने All Time Low को छू आया।

 रूपया गिरता गया तो हमारे देश में जो वस्तुएं आयात की जाती हैं उनके मूल्य पे काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा। क्योंकि इसके कारण आयातित वस्तुएं महंगी हो जाएंगी। जिसके कारण महंगाई बढ़ना लाजमी है।

भारत में क्रूड ऑयल कुल आपूर्ति का 85% हिस्सा आयात किया जाता है तथा इसी के साथ जरूरत की 50% गैस भी बाहर से आयात की जाती है।

रूपया कमजोर होता है तो हमे कच्चे तेल और गैस के भुगतान के लिए अधिक धन खर्च करना पड़ेगा। जिसके कारण देश में महंगाई बढ़ जाएगी।

हाल ही में रुपए ने डॉलर के मुकाबले 80.15 का निचला स्तर छुआ है।

FED अपनी ब्याज दर बढ़ाता है तो भरता और अमेरिकी ब्याज दरों में काफी अंतर हो जाएगा जिसके कारण भारतीय बाजार से पैसा निकलना शुरू हो जाएगा।

विदेशी मुद्रा भंडार का जिक्र किया जाए तो सितंबर 2021 में $642 बिलियन था जो वर्तमान में अगस्त 2022 के अनुसार घटकर $564 बिलियन पर पहुंच गया।

जनवरी 2022 से लेकर अब तक भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 7.62% गिर चुका है। जिसके कारण हमारा आयात महंगा होता जा रहा है।