SGX Nifty की बात करें तो ये सिंगापुर का Derivative Product है जैसे भारत में Nifty का Derivative Product ‘ Nifty Future‘ है। ठीक इसी तरह ये सिंगापुर में काम करता है।
भारतीय ट्रेडर्स Nifty Future में ट्रेडिंग हैं वैसे ही विदेशी निवेशक SGX Nifty में ट्रेड करते हैं. भारतीय शेयर बाजार में NSE के अंदर 75 शेयर्स का एक Lot होता है मगर SGX Nifty में ऐसा नही होता है।
इसके Open Interest में भी अंतर होता है क्योंकि भारतीय बाजार में Open Interest ‘ number of Shares का होता है। वहीं दूसरी ओर सिंगापुर में Open Interest ‘Number Of Contracts’ का होता हैं।
जिसमे पहले वो ट्रेडर्स होते हैं जो भारत के अलावा किसी दूसरे देश के नागरिक हों। क्योंकि भारत के Future Market में केवल वही लोग ट्रेड ले सकते हैं जो भारत के मूल नागरिक हों। इसलिए इन नियमों के कारण विदेशी लोग Nifty में फ्यूचर ट्रेड लेने के लिए SGX Nifty की सहायता लेते हैं।
दूसरे वो ट्रेडर्स होते हैं जिन्हें FIIs कहा जाता है। ये निवेशक काफी बड़ी राशि निवेश करते हैं। और अपनी निवेश राशि के बचाव में ये SGX Nifty के जरिए अपने फंड्स की Hedging करते हैं।
ताकि उनके निवेश में हुए नुकसान की भरपाई Future Trade से Recover हो सके। इनमें बड़े बड़े विदेशी म्यूचुअल फंड्स आते हैं। जो अपनी निवेश पूंजी की सुरक्षा के लिए SGX Nifty में Future Trade लेते हैं।