देश की अर्थव्यवस्था में जब पैसे की Supply बढ़ जाती है तब महंगाई दर बढ़ जाती है। इसलिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया महंगाई को नियंत्रण में करने के लिए अपनी ब्याज दरें बढ़ा देता है।
रेपो रेट अधिक होने के कारण सभी कर्जदारों को अधिक ब्याज देना पड़ता है जिसके कारण भी मार्केट में पैसे की सप्लाई कम होती है। जिसके फलस्वरूप महंगाई पर काबू पाया जा सकता है।