What is Equity in Hindi?
आपने मार्केट के अंदर Equity शब्द काफी बार सुना होगा। अगर आप इससे अनजान हैं तो हम आपको “What is Equity in Hindi” लेख के माध्यम से Equity के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे।
इसी के साथ अगर आपके मन में Equity से संबंधित कुछ सवाल हो जैसे की Equity kya hoti hai, Equity share kya hai, Equity Market kya hai, Equity meaning in hindi, Shareholder equity kya hai, Types of equity in Hindi, Equity Shares ke fayde kya hai, Equity investment ke nuksan, आदि।
इन सभी सवालों के जवाब हम आपको इस लेख में प्रदान करेंगे। इसलिए इस लेख को बड़े ध्यान से पढ़ने की आवश्यकता है।
Equity क्या है? What is Equity in Hindi?
यदि हम Equity को साधारण शब्दों में समझे तो Equity वह हिस्सेदारी होती है जितना आपने किसी कम्पनी में निवेश किया है। यदि आप कोई व्यवसाय शुरू कर रहे हैं जिसमे 1 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। और उसमें आपके अलावा एक और हिस्सेदार है।
आपने इस व्यवसाय में 60 लाख रुपए निवेश किए हैं और आपके पार्टनर ने 40 लाख तो ऐसी स्थिति में आप अपनी कम्पनी के 60% Equity के मालिक बन गए। ठीक इसी प्रकार Share Market के अंदर किसी कम्पनी के शेयर में निवेश करते हैं तो आप उस कम्पनी के अंशतः मालिक बन जाते हैं।
इस स्तिथि में आप अपने हिस्से के अनुसार उस कम्पनी के लाभ और हानि दोनों में भागीदार होगें। तो इसलिए Equity वो होती है जितनी आपकी किसी कम्पनी के अंदर हिस्सेदारी है।
What is the Market Value of Equity in Hindi?
यदि हम बात करें Market Value of Equity की तो ये किसी कम्पनी के सभी Outstanding stocks की कुल वैल्यू होती है। Outstanding Stocks के अंदर वे सभी शेयर्स आते हैं जो कंपनी के निवेशक और शेयरधारक अपने पास मालिकाना हक रखते हैं।
Equity वो होती है जो किसी कम्पनी के कर्ज अदा करने पर शेष राशि बच जाती है। तथा इसे Market Capitalisation के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा किसी कम्पनी की Market Value, Outstanding Stocks और Market value के हिसाब से लगातार बदलती रहती है।
अगर आप किसी कम्पनी की मार्केट वैल्यू पता करना चाहते हैं तो आप उस कम्पनी के वर्तमान शेयर प्राइस को कम्पनी के कुल शेयर्स से गुणा कर दो। आपके पास कम्पनी की मार्केट वैल्यू आ जायेगी।
Market Value = Current Market Price per share × Total Number of Outstanding Shares
Key Points of Equity in Hindi
- Share Capital: जिस वक्त कम्पनी बनाई जाती है, उस वक्त कम्पनी अपने एक शेयर का जो मूल्य तय करती है। उस मूल्य को हम Face Value कहते हैं और इस Face Value पर Stocks को बेचकर जो राशि प्राप्त होती है उसे Share Capital कहते हैं।
- Reserves and Surplus: Reserves और Surplus उस राशि को कहा जाता है जो कम्पनी अपने व्यवसाय से मुनाफा कमाकर एकत्रित करती है। मान लो किसी कम्पनी ने एक साल में 120 करोड़ रुपए कमाए और सभी प्रकार के खर्चे काटने के बाद उसके पास 20 करोड़ रुपए बचते हैं। तो उस राशि की कम्पनी अपने Reserves में डाल देती है ताकि भविष्य में अपनी कम्पनी को आगे बढ़ने में उस राशि का उपयोग किया जा सके। इसके अलावा कम्पनी अपने शेयर धारकों को इसी राशि में से Dividend भी प्रदान करती है।
What is Shareholder’s Equity in Hindi?
Shareholders Equity के बारे में हम आपको एक उदाहरण के जरिए समझाएंगे जो की इस प्रकार है:
यदि स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किसी कम्पनी के कुल शेयर्स 1 करोड़ हैं, और उनमें से अपने 5 लाख शेयर्स खरीद लिए। तो इस स्तिथि में आप उस कम्पनी के 5% हिस्सेदार हुए।
इसी के साथ अगर आप उस कम्पनी के 10 लाख या 1 लाख शेयर्स खरीदते हैं तो आप कम्पनी के क्रमशः 10% या 1% हिस्सेदार होंगे। इसी को हम Equity Shareholders के नाम से जानते हैं।
नोट: यदि आप सोच रहें हो की मैं तो एक छोटा निवेशक हूं और किसी कम्पनी के कम ही शेयर्स खरीद पाऊंगा तो ऐसी स्थिति में आपने जितने शेयर्स खरीदे हैं उनके हिसाब से आप उस कम्पनी के अंशतः Equity Shareholder हो। या यूं कहें अंशतः मालिक हो।